आदिपुरुष फिल्म को बंद कराने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता देर शाम सड़कों पर उतर गए। उन्होंने न सिर्फ शो के बीच जाकर हंगामा करते हुए लोगों को शो से बाहर निकाला, बल्कि टॉकीज में तोड़फोड़ भी की। सूचना मिलने पर सुपेला पुलिस ने उन्हें समझाईश दी। इसके बाद बजरंगियों ने सुपेला टीआई को एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की है कि फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और फिल्म के आपत्तिजनक सीन्स को काटा जाए।
जानकारी के मुताबिक बजरंग दल के विभाग संयोजक रवि निगम, कमल साव, रितिक सोनी, कोष्टल तिवारी और अनिल बैरा सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ फिल्म को बंद कराने निकले थे। उन्होंने फिल्म के विरोध में रैली निकालते हुए दुर्ग से लेकर भिलाई के सभी सिनेमा घरों में लगी आदिपुरुष मूवी के शो को बंद कराया। बजरंगदल के कार्यकर्ता दुर्ग में अप्सरा और स्वरूप सिनेमा पहुंचे। यहां काफी देर हंगामा करने के बाद शाम से लेकर रात तक के सभी शो बंद कराए।
इसके बाद ये लोग पीवीआर पहुंचे और वहां भी मूवी बंद कराने के लिए मॉल के अंदर जमकर हंगामा किया। सबसे अधिक विवाद भिलाई के श्री वेंक्टेश्वरा टॉकीज में देखने को मिला। यहां के मैनेजर ने फिल्म का शो बंद करने से मना कर दिया। इससे गुस्साए बजरंगियों ने टाकीज में तोड़फोड़ शुरू कर दी। टॉकीज के दरवाजे, सीट्स और अन्य सामान को तोड़ दिया गया। बाद में विवाद बढ़ता देख मैनेजर ने फिल्म को बंद करा दिया।
धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली फिल्म
बजरंग दल दुर्ग जिला के विभाग संयोजक रवि निगम ने बताया कि आदिपुरुष फिल्म हमारी धार्मिक भावनाओं का आहात करती है। इस फिल्म में भगवान हनुमान को चमड़े का कपड़ा पहने दिखाया गया है। गलत डायलॉग डाले गए हैं। सीता माता के जो वस्त्र दिखाए गए हैं वो भी गलत हैं। इसके चलते इस फिल्म को सभी सिनेमा घरों में बंद करवाया गया है। उन्हें चेतावनी दी गई की फिल्म की गलती सुधारने के बाद ही फिल्म को लगाया जाए अन्यथा बजरंग दल द्वारा लगातार ऐसा ही विरोध किया जाएगा।