छत्तीसगढ़ में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो लोगों की जान चली गई, जबकि 18 अन्य घायल हो गए। महासमुंद और दुर्ग जिले में हुए इन हादसों ने सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
महासमुंद: खड़ी ट्रक से टकराई कार, दो की मौत
पहली दुर्घटना महासमुंद जिले के पटेवा थाना क्षेत्र में हुई, जहां एक कार खड़ी ट्रक से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। घायलों को तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुमगांव में भर्ती कराया गया, जहां एक व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे का विवरण:
- यह हादसा एनएच-53 पर बावनकेरा के पास हुआ।
- कार (CG 06 HC 8200) में सवार एक ही परिवार के छह लोग पटेवा से झलप जा रहे थे।
- खड़े ट्रक से टकराने के कारण कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
- मृतकों की पहचान पीढ़ी गांव के निवासी के रूप में हुई है।
दुर्ग: ट्रक और बस की भिड़ंत, 14 यात्री घायल
दूसरा बड़ा हादसा दुर्ग जिले में बायपास रोड पर होटल झरोखा के पास हुआ, जहां रायपुर से दुर्ग आ रही एक यात्री बस की ट्रक से जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसे में बस में सवार 14 लोग घायल हो गए, जिन्हें तुरंत जिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया गया।
हादसे का विवरण:
- यह दुर्घटना अत्यधिक ट्रैफिक और लापरवाही के कारण हुई।
- बस में कुल 35 यात्री सवार थे, जिनमें से 14 घायल हुए।
- घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सड़क हादसों पर सवाल और सुरक्षा की जरूरत
लगातार हो रहे सड़क हादसे यातायात नियमों के पालन और सड़कों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ओवरस्पीडिंग, लापरवाही और सड़क पर खड़े वाहनों की अनदेखी के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रशासन को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।

Author: Sarik_bharti_media_desk
|विद्यार्थी कला-साहित्य और जीवन का|