हेमचंद यादव विवि में पहली बार केंद्रीय मूल्यांकन शुरू किया गया है। इसकी शुरुआत बीएड चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के पर्चों से किया गया है। इसके पीछे उद्देश्य से है कि व्याख्याता चयन की हो रही सीधी भर्ती में नियुक्ति के पहले उम्मीदवार अपनी डिग्री प्रस्तुत कर सकें। इससे पहले बीएड चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा से मुलाकात की थी। साथ ही व्याख्याता सीधी भर्ती की चयन परीक्षा और उसके बाद नियुक्ति के दौरान डिग्री की मूलप्रति प्रस्तुत करने की शर्तों के बारे में बताया था।
इस पर कुलपति ने बीएड चौथे सेमेस्टर के छात्रों की कॉपियों का केंद्रीय मूल्यांकन का आदेश दिया। इसके तहत 40 प्राध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई है। गुरुवार को केंद्रीय मूल्यांकन की शुरुआत की गई। इसके तहत एक तरफ बीएड चौथे सेमेस्टर की परीक्षा होगी और दूसरी ओर उसका विवि में ही मूल्यांकन होता रहेगा। इससे इसके नतीजे जल्दी घोषित करने में आसानी होगी। पहले दिन 2500 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया। इसके आधार पर डिग्री जारी की जानी है।