पैदल घूमघूम कर सुने मकानों का ताला तोड़कर करता था चोरी…

दिनांक 30.06.2023

दुर्ग पुलिस द्वारा एक शातिर नकबजन गिरफ्तार ।

• एक वर्ष पूर्व हुए चोरी के मामले का खुलासा ।

• पैदल घूमघूम कर सुने मकानों का ताला तोड़कर करता था चोरी।

• 4,50,000 / रू. कीमती सोने का जेवरात बरामद ।

दुर्ग सिविल टीम एवं थाना मोहन नगर की संयुक्त कार्यवाही ।


दुर्ग जिले में लगातार चोरी की घटना प्रकाश में आ रही थी। जिसे गंभीरता से देखते हुए दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक श्री शलभ कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री संजय ध्रुव एवं नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री बैंकर वैभव रमणलाल (मापसे) के निर्देशन में थाना प्रभारी मोहन नगर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर मामलों की पतासाजी में लगाया गया था। पुलिस की विशेष टीम द्वारा लगातार पुराने नकबजनी एवं पुराने चोरी के मामले में चालान हुए आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही थी। इसी दौरान मुखवीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि दीपक नगर निवासी पितावर राव नामक व्यक्ति एक दिन पूर्व सोने का जेवरात लेकर बेंचने के फिराक में घूम रहा था। सूचना पर तत्काल सिविल टीम दुर्ग एवं थाना मोहन नगर पुलिस द्वारा मुखबीर के बताये हुलिये के आधार पर दीपक नगर क्षेत्र के मालवीय नगर चौक के पास घेराबंदी कर संदेही पितांबर राव को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में संदेही आरोपी लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था लेकिन सघन एवं निरंतन पूछताछ में पितांबर राव ने मोहन नगर थाना अंतर्गत सिंथिया नगर क्षेत्र से एक पूर्व चोरी करना स्वीकार किया। आरोपी द्वारा पुलिस को ले जाकर घटना स्थल को बताया और पूछताछ में आरोपी ने घर के पीछे दरवाजे से घुसना बताया एवं प्रार्थी जिस रूम में अपने परिवार के साथ सोया था उसी रूम की आलमारी से सोने के जेवर एवं नगदी रकम को चोरी करना बताया। उक्त थोरी के सोने की जेवरात को अपने ही घर पर छिपाकर रखना बताया एवं नगदी रकम को खर्च करना बताया। आरोपी की निशानदेही पर चोरी किये गए सोने के जेवरात को आरोपी के घर से बरामद किया गया। आरोपी पूर्व में भी चोरी के कई मामलों में चालान हो चुका है। मामले की अग्रिम कार्यवाही थाना मोहन नगर से की जा रही है। उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक विपिन रंगारी थाना प्रभारी मोहन नगर, महिला प्र.आर. मोनिका गुप्ता, सिविल टीम के आरक्षक जावेद खान, किशोर सोनी, नासीर बक्स, गौर सिंह, थॉमसन पीटर, कमलेश यादव, प्रशांत पाटणकर, भरथरी निषाद, अजय कुमार यदु एवं जिला विशेष शाखा दुर्ग के आरक्षक राजीव रंजन सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।