भानुप्रतापपुर
भानुप्रतापपुर मुख्य चौक में यातायात को व्यवस्थित तरीके से चलने हेतु यातायात सिग्नल की स्थापना पिछले वर्ष की गई थी बड़े ही जोश खरोश के साथ तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के आतिथ्य से सिग्नल को लोकार्पित किया गया था
इस क्षेत्र में पहली बार सिग्नल देख लोगों को भी यातायात के नियमों का पालन करने की प्रेरणा मिलती थी परंतु पिछली 2 दिसंबर को सड़क निर्माण कर रही ठेकेदार कंपनी कन्हैयालाल अग्रवाल के ट्रकों ने इस सिग्नल को मारकर तोड़ दिया
इसके बाद आज तक न तो ठेकेदार ने और न ही भानुप्रतापपुर नगर पंचायत ने इस बारे में कोई ध्यान दिया
नगर पंचायत के कतिथ प्रवक्ता यह कहते हैं कि यह नगर पंचायत की नहीं है इसलिए नगर पंचायत इसमें कुछ नहीं कर सकती जबकि इसका श्रेय लेने नगर पंचायत के लोगों ने जोर-जोर से ऐलान किया था
आज इसके सुधार की बात आई तो नगर पंचायत में मुंह फेर लिया
घटना के दिन कांग्रेस की सरकार थी विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी जोरदार हल्ला मचाया था।दूसरे दिन भाजपा सरकार में आ गई और इनको भी सिग्नल नहीं दिखाई दे रहा
वहीं शिवा सेना के महासचिव ने पुतला दहन की घोषणा की थी
कुल मिलाकर गोल गोल रानी इत्ता इत्ता पानी हो रहा है