भिलाई नगर, 31 जनवरी। सोशल मीडिया पर इन दिनों महादेव ऐप में बंद आरोपी चंद्रभूषण के ईडी से सवाल जवाब का जो खाका वायरल हुआ है उसे लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में चर्चा का बाजार गर्म है। पत्रकार बिरादरी से लेकर कई जनप्रतिनिधि और पूरा पुलिस महकमा इस कथित वार्तालाप के जवाब का खाका वायरल होने से इसी मुद्दे पर तन्मयता से जुटे दिखाई पड़ रहे हैं हालांकि जिन लोगों का नाम उछल रहा है उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि किसी आरोपी के मनगढ़ंत और साजिशन किसी के नाम को लेकर उसे बदनाम किए जाने का यह प्रयास मात्र है लेकिन आने वाले समय में महादेव सट्टा ऐप की प्रोटेक्शन मनी को लेकर ऊंट किस किस करवट बैठेगा, इसे लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि इस ऐप का प्रमोटर रवि उप्पल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा का रिश्तेदार है, सोशल मीडिया पर अब भी यही सवाल महादेव ऐप को लेकर हो रहा है कि इसका असली मालिक फिर कौन है?
चंद्रभूषण वर्मा द्वारा ईडी को दिए जवाब का जो कथित खाका सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसे आप देख सकते हैं। चंद्रभूषण के अनुसार छत्तीसगढ़ के इन अधिकारियों को ये-ये लोग इतना पैसा पहुंचाते रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि महादेव ऐप में प्रोटेक्शन मनी के ऐसे बड़े बड़े मगरमच्छ भिलाई दुर्ग और रायपुर के हैं जो राजनीति, पुलिस महकमे और मीडिया में प्रतिष्ठित रूप में देखे और जाने जाते रहे हैं, ऐसे नामों की बड़ी फेहरिस्त है जो जांच का दायरा बढ़ने के साथ साथ सामने आयेगी। वायरल इस करोड़ों के लेन देन खाका में कितनी सच्चाई है, हम इस पर ध्यानाकर्षण नहीं करवा रहे हैं और न ही इस सवाल जवाब की वास्तविकता पर, मुद्दा यह है कि महादेव आनलाइन सट्टा का यह अवैध कारोबार किस तरह लोगों को धन कूबेर बना रहा था इस पर चिंतन जरूरी है, साथ ही कोरोना काल में पनपे इस हजारों करोड़ के कारोबार ने कितने लोगों को हार जीत के दांव में बर्बाद कर दिया और इस अवैध कारोबार से लूटा गया अकूत काला धन रंग बदलने के फेर में किन किन व्यवसाय और कारोबारियों के हाथ पहुंचा है, यह गंभीर और सूक्ष्म पड़ताल का विषय है। पिछले कुछ दिनों से X और अन्य सोशल प्लेटफार्म पर तैर रहे हैं और इसे लेकर जमकर चर्चा भी हो रही है। 30 जनवरी को X पर कन्हैया शुक्ला ने ट्वीट कर सवाल जवाब का खाका पोस्ट किया है जिस पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं भी लोग दें रहे हैं।
Source:- CGNewsonline