कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 4080 किमी लंबी भारत जोड़ो यात्रा का समापन हो चुका है। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पैदल यात्रा की। इस यात्रा ने कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं में एक नई जान फूंकने का काम किया है। राहुल गांधी ने देश के अलग अलग हिस्सों में घूमकर कांग्रेस की जमीन तैयार करने का काम किया। राहुल गांधी की इस यात्रा से सबसे ज्यादा खुश तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टैलिन है। एमके स्टैलिन ने 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी में राहुल गांधी को राष्ट्रीय ध्वज देकर यात्रा की शुरुआत कराई थी।
स्टालिन ने किया आह्वान
हालांकि यह यात्रा केवल चार दिनों के लिए तमिलनाडु से होकर गुजरी, लेकिन डीएमके और धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन (एसपीए) के सहयोगियों द्वारा यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 2024 के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु की सभी 40 सीटों पर जीत हासिल का आह्वान किया है। पार्टी को लगता है कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता तमिलनाडु में भी गूंजेगी। कांग्रेस के पास तमिलनाडु से आठ लोकसभा सांसद हैं। केरल और कर्नाटक के अलावा पार्टी तमिलनाडु में बड़ी सफलता की उम्मीद कर रही है। स्टालिन और उनकी डीएमके पार्टी के लिए एक प्रमुख समर्थन आधार है।
जहां स्टालिन राहुल गांधी की यात्रा को लोकसभा चुनावों में पार्टी और गठबंधन के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस तमिलनाडु में डीएमके की कैडर ताकत पर सवारी कर रही है। इस तरह, दोनों पार्टियां राज्य में गति प्राप्त करने के लिए एक दूसरे की ताकत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। स्टालिन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सुशासन और जन हितैषी कार्यक्रमों ने राज्य में द्रमुक और धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन में मदद की है, लेकिन गांधी की यात्रा ने डीएमके को राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान का आभास कराया है। यात्रा से स्टालिन का नाम गूंजेगा क्योंकि उन्होंने ही यात्रा का उद्घाटन किया था।
यात्रा से तमिलनाडु में भाजपा को होगा नुकसान
डीएमके के वरिष्ठ नेता और जल कार्य मंत्री एस। दुरैमुरुगन ने आईएएनएस को बताया, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का सफल समापन डीएमके के लिए एक प्रतिष्ठित क्षण है, क्योंकि हमारे नेता एमके स्टालिन ने कन्याकुमारी में यात्रा का उद्घाटन किया था। कांग्रेस नेता पैदल चले और यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए कई परेशानियों का सामना किया और देश में नैरेटिव को बदल दिया। एक और दिलचस्प मोड़, तमिल सुपरस्टार और मक्कल नीधि माईम (एमएनएम) के संस्थापक अध्यक्ष कमल हासन का दिल्ली में यात्रा में शामिल होना था।
कमल हासन और उनकी एमएनएम बिना किसी गठबंधन के अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। डीएमके हलकों में अब चर्चा है कि कमल जल्द ही डीएमके मोर्चे में शामिल होंगे। डीएमके पूरे तमिलनाडु में यात्रा की सफलता का प्रदर्शन करेगी और इसे एक विपरीत परिस्थितियों में एक शख्स की सफलता के रूप में चित्रित करेगी। राज्य में बीजेपी के कमजोर होने और विपक्षी अन्नाद्रमुक के असमंजस में होने के कारण डीएमके 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत की राह पर है। कांग्रेस इस बात से भी खुश है कि ये सीटें केंद्र में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नुकसान में विपक्ष की झोली में इजाफा करेंगी।
(इनपुट-आईएएनएस)
ये खबर पढ़ें- मोदी सरकार की बड़ी कार्रवाई, चीन से लिंक रखने वाले 200 से ज्यादा ऐप पर बैन लगाने की प्रक्रिया शुरू
Author: bhartimedianetwork
Discover more from Bharti Media Network
Subscribe to get the latest posts sent to your email.