छत्तीसगढ़। भिलाई वैशाली नगर थाना से एक नया मामला सामने आया है, बताया जा रहा है कि शासकीय जमीन पर कब्जा कर फर्जी रजिस्ट्री पेपर तैयार कर शासकीय भूमि को बेचा जा रहा था आरोपीगणों से कम्प्युटर सिस्टम, कलर प्रिंटर, 03 नग मोबाईल, आधार कार्ड, 02 फर्जी ऋणपुस्तिका एवं अन्य सामग्री बरामद किया गया है।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थिया क्षमा यदू पति अंकित यदू उम्र 22 वर्ष अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग छ.ग द्वारा थाना आकर ज्ञापन सौंपा दिनांक 21.03.2023 को प्रस्तुत किया गया जिसके अनुसार खसरा न० 5407/7 रकबा 0.023 हेक्टेयर जोन कमांक 2 वार्ड न0.14 बाबादीप सिंह नगर से संबंधित जमीन को आवेदक मुकेश बाबने को अनावेदक एन.धन राजु आत्मज एन. नारायण के द्वारा विक्रय किया गया एवं एन. धन राजु को उक्त जमीन अरविन्द भाई के द्वारा विकया किया गया है।
उक्त भूमि अभिलेखा अनुसार ग्राम छावनी स्थित भूमि खसरा न. 01 व 02 है जो उद्योग विभाग के नाम से दर्ज है कि रिपोर्ट पर थाना वैशाली नगर में अप०क0-61/2023 धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मागले की गंभीरता को देखते हुये श्री जितेन्द्र शुक्ला पुलिस अधीक्षक दुर्ग, श्री सुखनंदन राठौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, श्री सत्यप्रकाश तिवारी नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर के निर्देशन में थाना वैशाली नगर के अपराध कं. 61/2023 घारा 420,34 भादवि के विवेचना किया गया।
जिला राजनांदगांव में स्वयं के नाम पर पावर आफै अटर्नि लिया जिसमें पुरूषोत्तम (छदम व्यक्ति अरविन्द भाई) का फजी ड्रायविंग लायसेंस जिसका नं. सी.जी.07/19980001230 है।दुर्गा कम्प्युटर मालवीय रोड से संतोष साहू को जरिए वॉटसअप के भेज कर बनवाया। जो लायसेंस ईश्वर यादव के नाम पर आर.टी.ओ. साईट पर दिखता है। बनाकर पॉवर आफैं अटर्नि में लगाया।
इस तरह कुट रचना कर हरिश राठौर द्वारा पॉवर आफैं अटर्नि तैयार कर ऋण पुस्तिका हेमंत सोनवानी से 5000 रू. में प्राप्त किया। प्रकरण में एन धनराजू तथा संतोष नाथ उर्फ जलांधर द्वारा हरिश से सम्पर्क कर उक्त दस्तावेजो के आधार पर स्वयं के नाम पर 10-10 लाख रू. में दिनांक 20.07.2017 को रजिस्ट्री कराया। जिसकी किमत प्रत्येक 10-10 लाख रू. लेख किया गया। जिसमें से 5-5 लाख रू. नगद भुस्वामी द्वारा 2011 से किस्तो में प्राप्त करना लेख किया गया है। बकाया राशि 5 लाख रू.थी।
जबकि एन धनराजू द्वारा मुल स्वामी अरविन्द भाई के खाते की जानकारी रजिस्ट्री में लेख नही की गयी है और न ही अब तब की विवेचना में किसी के अरविन्द या पुरूषोत्तम के खाते मे भुमि के संबंध में पैसा देने संबंधी कोई प्रवृष्टि प्रस्तुत की है।

Author: Priyanshu Vishwakarma
News creater, social activist,