आम आदमी पार्टी जिला दुर्ग- Press Note
10 करोड की जमीन – धर्मेद भाई सरकार अपनी है बस ढाई करोड गिन– आम आदमी पार्टी एक गंभीर विषय को लेकर आज प्रेसवार्ता करने जा रही है भिलाई नगर विधायक के परिवार को गलत तरीके से आंवटित भूमि के विषय पर हाईकोर्ट में दर्ज प्रकरण में आए महत्वपूर्व मोढ की जानकारी देने के लिए आज की ये प्रेसवार्ता रखी गई है।
उक्त 10 करोड की जमीन को छ.ग ग्रह निर्माण के अधिकारियों से मिलीभगत कर विधि विरूद्ध भिलाई नगर विधायक के भाई धर्मेंद्र यादव को मात्र 2 करोड 52 लाख 51 हजार में आवंटन किया गया जमीन आवंटन के विरूद्ध आप प्रदेश अध्यक्ष आरटीआई विंग के मेहरबान सिंग ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की हाई कोर्ट ने दिनांक 14/7/2022 को प्रकरण पंजीबद्ध कर नोटिस जारी कर श्री धर्मेंद्र यादव,डों ऋतिका ताम्रकार यादव, उपायुक्त से जवाब मांगा। दिनांक 23/01/23 को इस केस में हाउसिंग बोर्ड के निवासी श्री उदय नारायण सिग ने उक्त प्रकरण में इंटरविन का आवेदन दिया उसके बाद दिनाक 11/7/2023 को उनके द्वारा उक्त जमीन का रेट 5 करोड 5 लाख रूपए कोड कर उन्हें उक्त जमीन को आवंटित करने का आग्रह माननीय न्यायालय से किया। सवाल ये है कि ढाई करोड से जमीन का रेट 5 करोड कैसे हो गया? इसका अर्थ जमीन का रेट ज्यादा है हम आज भी अपने इस दावे पर कायम है कि जमीन 10 करोड रूपए की है भाजपा विपक्ष चुप क्यो है क्योंकि दोनो मिले हुए है।
आप सभी की जानकारी में है कि कि छ.ग. ग्रह निर्माण मंडल के द्वारा भिलाई हाउसिंग बोर्ड कालीबाडीं चौक प्राईम लोकेशन पर स्थित 10 करोड़ की जमीन को एक षडयंत्र कर विधायक श्री देवेन्द्र यादव जी के भाई धर्मेन्द्र यादव को 2 करोड़ 52 लाख 51 हजार रूपए में बेचा गया। जमीन आवंटन की निविदा में सबसे पहले भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव जी की पत्नी श्रीमती डॉ ऋतिका ताम्राकार ने भाग लिया था एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत उनके आवेदन को रदद किया गया उसके सिर्फ धर्मेन्द्र यादव ने निविदा में भाग लिया और उसे जमीन बेच दी गई। दस्तावेज कहते है कि निविदा की प्रक्रिया शुरू होने से जमीन आवंटन का कार्य श्री धर्मेन्द यादव के घर पर किया गया होगा
छ..ग.ग्रह निर्माण मंडल रायपर द्वारा प्रकाशित ओपन टेडर के माध्यम से रायपुर, नवा रायपुर दुर्ग एवं बिलासपुर में व्यवसायिक भूखड़ों को विक्रय करने का विज्ञापन हरिभूमि तथा पत्रिका अखबार के रायपुर एडिशन में दिनांक 30/09/2021 को प्रकाशित किया गया। उक्त जमीन का विज्ञापन छ. ग.ग्रह निर्माण मंडल की वेबसाईड में आया लेकिन दोनो विज्ञापन अलग अलग कहानी कह रहे थें अखबार के विज्ञापन में जमीन का विवरण नही था जमीन कहां है यह नही बताया था तथा निविदा भरने की अंतिम तिथी नही थी जबकि छ.ग. ग्रह निमार्ण मंडल की वेवसाईड में जमी न का विवरण दिया गया तथा निविदा भरने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था इस प्रकार से जमीन विधायक के परिवार के सदस्यों को ही आवंटित करने के लिए यह पुरा षडयंत्र रचा गया जो कि अपराध की श्रेणी में आता है हाउसिंग बोर्ड उपायुक्त से लेकर नीचे तक सभी लोग इस षडयंत्र में शामिल है।
मेहरबान सिंग,डॉ एस. के अग्रवाल, अमित हिरवानी, के ज्योति, रामपाल, जसप्रीत
Author: bhartimedianetwork
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