नई दिल्ली। बेंगलुरु में एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेश प्रदर्शनी ‘एयरो-इंडिया’का आगाज होने जा रहा है। यह प्रदर्शनी आगामी 13 से 17 फरवरी तक चलेगी। ‘एयरो-इंडिया’ का यह 14वां संस्करण होगा। इस दौरान विशेष तौर पर अमेरिका का एफ-21 लड़ाकू विमान अपनी भीषण गर्जना से चीन को कड़ा संदेश भी देगा। भारत इस प्रदर्शनी के प्रदर्शन के लिए जोर शोर से तैयारी पूरी करने में जुटा है। इसमें लड़ाकू विमानों के अलावा, विमान वाहक जेट, बॉम्बर,अटैक हेलीकॉप्टर, मल्टीरोल हेलीकॉप्टर इत्यादि भी शामिल होंगे। इस दौरान चीन और पाकिस्तान विशेष रूप से भारत और अमेरिका की इस प्रदर्शनी का जलवा देखेंगे।
रक्षा क्षेत्र की प्रमुख अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन बेंगलुरु में अपने एफ-21 लड़ाकू विमान, एस-92 मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर, एमएच-60आर रोमियो मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर और टैंक विध्वंसक अस्त्र जेवलिन का प्रदर्शन करेगी। इसे एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस प्रदर्शनी के रूप में जाना जाता है। ‘एयरो-इंडिया’ प्रदर्शनी का का आयोजन कर्नाटक के बेंगलुरु में 13 फरवरी से आयोजित किया जाएगा। दुनियाभर की लगभग सभी प्रमुख एयरोस्पेस कंपनियों के वायुसेना स्टेशन, येलहंका में लगभग 35,000 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्र में होने वाले इस कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि वह एयरो-इंडिया में अपनी उन्नत रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी और प्रदर्शनी में एफ-21 लड़ाकू विमान, सी-130जे परिवहन विमान, एमएच-60आर ‘रोमियो’ मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर, एस-92 मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर आदि शामिल होंगे।
भारत का सी-130 सुपर हरक्यूलिस विमान भी लेगा हिस्सा
एयरो इंडिया में भारत का सी-130 सुपर हरक्यूलिस विमान भी हिस्सा लेगा। हालांकि भारत ने इसे अमेरिका से ही खरीदा है। अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विलियम ब्लेयर ने कहा कि हम अपनी उन्नत क्षमताओं का प्रदर्शन करने और 21वीं सदी के लिए अपने ग्राहकों की सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए एयरो-इंडिया 2023 में भाग लेने को लेकर उत्साहित हैं।
हम रणनीतिक सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में अधिक आत्मनिर्भरता के लिए भारत में अपनी साझेदारी को मजबूत और विकसित करना जारी रखेंगे। ब्लेयर ने कहा, ‘‘हमें भारतीय उद्योग की विनिर्माण और तकनीकी क्षमताओं में पूरा विश्वास है। लॉकहीड मार्टिन बूथ पर मुख्य आकर्षण अमेरिका के एफ-21 लड़ाकू विमान होंगे। इसके अलावा सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस विमान और एस-92 मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर होंगे, जो दोनों भारतीय रक्षा उद्योग के साथ साझेदारी की एक मजबूत विरासत को दर्शाते हैं।