नई दिल्ली। यूक्रेन के वॉर जोन से बड़ी खबर आ रही है। रूसी हमले में दो ब्रिटिश नागरिकों के मारे जाने के बाद खलबली मच गई है। यूक्रेनी सेना ने दोनों ब्रिटिश नागरिकों के शव को बरामद कर लिया है। दोनों नागरिक यूक्रेन के दोनेत्स्क और सोलेडार में स्वैच्छिक सेवा के तौर पर काम कर रहे थे। दोनों सहायताकर्मियों के शव बरामद होने के बाद कीव के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन में भयंकर लड़ाई के क्षेत्र से लोगों को निकालने में मदद करने के दौरान मारे गए दो ब्रिटिश नागरिकों के शव कैदियों की अदला-बदली में बरामद किए गए हैं।
यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि इन सहायताकर्मियों की पहचान क्रिस पैरी (28वर्ष) और एंड्रयू बैगशॉ (47वर्ष ) के तौर पर की गई है। वह युद्ध के दौरान से ही यूक्रेन के दोनेत्स्क और सोलेडार में स्वैच्छिक कार्य कर रहे थे। उसी दौरान उनके वाहन पर रूसी सेनाओं की ओर से दागा गया एक गोला आकर गिर गया। इसके बाद दोनों नागरिकों की मौत हो गई। अभी हाल ही में रूस और यूक्रेन में कैदियों की अदला-बदली भी हुई है, जिसमें रूस ने 116 यूक्रेनी युद्ध बंदियों को रिहा किया है तो वहीं यूक्रेन ने 63 रूसी युद्ध बंदियों को आजाद किया है। सभी युद्ध बंदी अपने-अपने वतन को रवाना हो गए हैं।
दोनों ब्रिटिश नागरिकों में एक वैज्ञानिक और एक इंजीनियर थे
राष्ट्रपति जेलेंस्की के चीफ स्टाफ एंड्री यरमक ने बताया कि “हम मृत विदेशी स्वयंसेवकों के शवों को वापस कराने में कामयाब रहे। दोनों ब्रिटिश नागरिकों का शव उनके घर भेजा जा रहा है। इनमें से बैगशॉ आनुवंशिकी में एक वैज्ञानिक शोधकर्ता थे। उन्होंने पिछले अप्रैल 2022 से यूक्रेन में एक सहायता कार्यकर्ता के रूप में स्वेच्छा से काम करना शुरू किया था। बॉगशा का परिवार न्यूजीलैंड में रहता था। उनके अवशेषों के न्यूजीलैंड पहुंचने की उम्मीद है। वहीं पैरी परिवार ने कहा कि उन्होंने पहले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया था।
अब सोलेडार में स्वैच्छिक सेवा कर रहे थे। गत 11 जनवरी को रूसी भाड़े के वैगनर समूह के प्रमुख के सोलेडार से पकड़े जाने के बाद उनके बारे में चिंता बढ़ गई थी। उस दौरान लापता पुरुषों में से एक का शव वहां मिला था। वैगनर बॉस येवगेनी प्रिगोझिन ने उनके पासपोर्ट की ऑनलाइन तस्वीरें भी तब प्रकाशित की थीं, जो पैरी और बैगशॉ से मिलती-जुलती थीं। उन तस्वीरों को लाशों के साथ पाया गया था।