नई दिल्ली। चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे वक्त में कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली सोमवार से भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। भारत और कनाडा के बीच इस दौरान सुरक्षा और सहयोग के मसले पर अहम बातचीत हो सकती है। भारत और कनाडा के बीच संबंधों को मजबूत होते देख चीन परेशान हो उठा है।
कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली अपने भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर के साथ व्यापक वार्ता करने के लिए सोमवार को भारत की दो दिवसीय यात्रा शुरू करेंगी। अधिकारियों ने बताया कि दोनों विदेश मंत्रियों के बीच सोमवार शाम को बातचीत होगी। उन्होंने बताया कि दोनों देश के द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के अलावा, भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर बढ़ती वैश्विक चिंता की पृष्ठभूमि में इस क्षेत्र में सहयोग पर ध्यान केंद्रित करने की भी उम्मीद है। कनाडा ने नवंबर में भारत-प्रशांत के लिए एक व्यापक रणनीति बनाई थी, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में शांति, लचीलेपन और सुरक्षा को बढ़ावा देना था। कनाडा की भारत-प्रशांत रणनीति ने भी भारत को इस क्षेत्र में एक प्रमुख देश के रूप में सूचीबद्ध किया और कहा कि ओटावा नई दिल्ली के साथ आर्थिक संबंध बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।