तुर्की में सोमवार सुबह आए विनाशकारी भूकंप से भारी तबाही हुई है। न्यूज एजेंसी के एपी के अनुसार अब तक 200 के करीब लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं कई इमारतें धरती के कंपन से भरभराकर गिर गई हैं। कई लोग इमारतों में दब गए। तुर्की के साथ ही सटे हुए देश सीरिया में भी भूकंप से नुकसान पहुंचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भूकंप की त्रासदी पर शोक संवेदना जताई है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 आंकी गई है, जो काफी अधिक होती है। जानिए अब तक आए विनाशकारी भूकंपों के बारे में। कई जगह भूकपं से भयानक सुनामी आई, लाखों लोगों की जानें गईं।
नेपाल, 25 अप्रैल 2015
25 अप्रैल 2015 को सुबह 11 बजकर 56 मिनट पर नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इस विनाशकारी भूकंप में 9,000 से ज्यादा लोग मारे गए और 23,000 से ज्यादा घायल हुए। इसका केंद्र नेपाल से 38 किलोमीटर दूर लामजुंग में था। भूकंप की त्रासदी पर भारत की ओर से काफी मदद दी गई थी।
भारत और श्रीलंका, 26 दिसंबर 2004
श्रीलंका और दक्षिण भारत के राज्यों में आए इस भूकंप की तीव्रता 9.2 मापी गई थी। भूकंप के चलते समुद्र में सुनामी आ गई थी, जिससे श्रीलंका के कई तटवर्ती शहर तबाह हो गए थे। भारत में भी समुद्र तट से लगे शहरों में भारी नुकसान हुआ था। इस भूकंप का केंद्र समुद्र के भीतर था।
चिली, 22 मई, 1960
तीव्रता के लिहाज से अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप चिली में 22 मई 1960 को आया था। रिक्टर स्केल पर 9.5 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से आई सुनामी से दक्षिणी चिली, हवाई द्वीप, जापान, फिलीपींस, पूर्वी न्यूजीलैंड, दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में भयानक तबाही मची थी।
जापान, 11 मार्च 2011
जापान में भूकंप के बाद आई सुनामी की वजह से लाखों मौतें हुई थीं। इस भूकंप की तीव्रता 9 मापी गई थी। सुनामी की वजह से जापान के तटीय इलाकों में बनीं 3 लाख से ज्यादा इमारतें बह गई थीं। इस भूकंप में लाखों लोग मारे गए थे।
गुजरात, 26 जनवरी 2001
गुजरात के भुज में आए इस भूकंप की तीव्रता 7.7 थी। इसने गुजरात में भयंकर तबाही मचाई थी। कच्छ और भुज में 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। वहीं डेढ़ लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे। भूकंप के चलते पूरे गुजरात में 4 लाख से ज्यादा घर ढह गए थे।
पाकिस्तान, 8 अक्टूबर 2005
पाकिस्तान के क्वेटा शहर में आए इस भूकंप की तीव्रता 7.6 थी। इस भूकंप की वजह से 75 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 1 लाख लोग घायल हो गए थे। भूकंप के चलते करीब 3 लाख मकान जमींदोज हो गए थे।