जिला अस्पताल के जनरेटर में लगी आग:अंधेरे में डूबा हॉस्पिटल, अस्पताल से बाहर आ गए मरीज, दो घंटे बाद फिर से शुरू हुई सप्लाई

दुर्ग जिला अस्पताल में बीती रात मरीजों के लिए आफत भरी रही। यहां के मेन जनरेटर में अचानक आग लग गई। शार्ट सर्किट होने से पूरे अस्पताल में अंधेरा फैल गया। सबसे अधिक परेशानी आईसीयू के मरीजों को हुई। दो घंटे घंटे बाद बिजली की सप्लाई को सुधारा गया, जिसके बाद वहां लाइट आई।

अस्पताल से बाहर आ गए मरीज और उनके परिजन
बिजली कट जाने से पूरे अस्पताल में अंधेरा फैल गया। उमस के चलते मरीज और उनके परिजन परेशान हो गए। जब काफी देर तक बिजली नहीं आई तो वे लोग वार्ड से निकलकर अस्पताल के गेट और छत में पहुंच गए।

जानकारी के मुताबिक रात करीब 11-12 बजे के बीच जिला अस्पताल की मेन बिजली की सप्लाई बाधित हुई। इससे प्रसूति वार्ड के पास रखे मेन जनरेटर चालू किया गया। थोड़ी ही देर बाद यहां के जनरेटर में अचानक आग लग गई। इससे पूरा अस्पताल अंधेरे में डूब गया।

जनरेटर में आग लगने की सूचना मिलते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया। आनन फानन में आग पर काबू पा लिया गया। इसके बाद बिजली विभाग को फोन करके जानकारी दी गई। इलेक्ट्रीशियन जनरेटर की लाइन को काटकर मेन बिजली सप्लाई से जोड़ने में लगे रहे। बिजली को ठीक करने में लगभग दो से ढाई घंटे का समय लगा। इससे रात एक-दो बजे के बीच बिजली सप्लाई शुरू हुई।

आईसीयू की भी बिजली कटी
सबसे अधिक परेशानी आईसीयू की बिजली कटने से हुई। यहां बैकअप से कुछ देर तक तो काम चला, लेकिन काफी देर तक बिजली नहीं आने से डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। इसके बाद किसी तरह दूसरे जनरेटर से बिजली का लाइन जोड़कर वहां की बिजली चालू की गई। गनीमत ये रही बिजली नहीं आने से वहां कोई कैजुअल्टी नहीं होने पाई।