परिवहन नहीं होने से धान खराब, मिलर्स कह रहे- 100 बोरा उठाकर दस्तावेजों में बताएंगे 50

अभिषेक सिंह ठाकुर
भानुप्रतापपुर। सरकारी धान खरीदी केंद्र केवटी में साढ़े तीन माह बाद भी भी धान का उठाओ नहीं होने से समिति परेशान है। बेमौसम बारिश, तेज धूप में बारदाना फट गए, बोरा भरा हुआ धान बाहर आ गया। इससे खरीदी प्रभारी को नुकसान हो रहा था। इससे प्रभावित ने 22 रुपये की दर से 5 हजार प्लास्टिक बारदाना मंगवा कर धान को फिर से भरवा रहे है। इससे इससे डेढ़ लाख रुपए ज्यादा खर्च समिति को करना पड़ रहा है। यही हाल रानवाही धान खरीदी केंद्र का भी है।

खरीदी प्रभारी मनोहर महावीर ने बताया धान खरीदी बंद हुए तीन माह से अधिक समय हो गया इसके बाद भी मिलर्स आरओ कटने के बाद भी धान का उठाव नहीं करने से धान खराब हो रहा है, बारदाना खराब हुआ है।  बे मौसम बारिश हवा-तूफान से सबसे ज्यादा परेशानी इस धान खरीदी केंद्र में हुआ है। केवटी में अभी भी 12 हजार बोरा धान डंप है।  जिसे रख रखाव हमे करना पड़ रहा है। 5000 से अधिक बोरो का भरा हुआ बोर बारदाना फट गया और सड़ गया है।  जिसे बारदाना को बदलने के लिए खरीदी केंद्र प्रभारियों को अलग से बोरा खरीद कर धान भरवारा जा रहा है । इससे लाखों रुपए का नुकसान अलग से उन्हें भरपाई करना पड़ रहा है ।

नियमानुसार मिलर्स को हर हाल में 28 फरवरी के पूर्व ही यहां का सारे धान का उठा कर लेना था। मिलर्स की लापरवाही का खामियाजा धान खरीदी केंद्र प्रभारियों को भोगना पड़ रहा है। केवटी लैम्प्स प्रबंधक मनोहर महावीर ने बताया खरीदी केंद्र में खरीदी बंद 4 फरवरी को हुआ है और 17 फरवरी को मिलर्स को धान उठाव के लिए आरओ कट गए हैं पर 17 फरवरी के बाद से अब तक धान का उठा नहीं हुआ है और लगभग 12 हजार धान की बोरी आज भी खरीदी केंद्र में पड़ा हुआ है इसके बचाव रखरखाव के लिए हम बेहद परेशान हैं ।

दो साल से धरीदी का कमीशन राशि नहीं मिला

मनोहर महावीर, अनिल टांडिया ने बताया केवटी में धान खरीदी करना गले का फ़ांस बन गया है। दो साल पहले का भी खरीदी का कमीशन राशि नहीं मिली, सुखद के नाम से धान का शॉर्टेज हो गया इससे खरीदी केंद्र के कर्मचारियों को जेल की भी हवा खानी पड़ी। और राशि भी नहीं मिली। समय र धान उठाव नहीं करना मिलर्स की लापरवाही है। नुकसान का भरपाई मिलर्स से करना चाहिए ।

रानवाही में धान खराब 50 प्रतिशत काउंट होगा

रानवाही धान खरीदी केंद्र में भी यही हाल है यहां वर्तमान में 5000 से अधिक धान का बोरा दकेंद्र में डंप है । बेमौसम बारिश और हवा- तूफान के चलते यहां भी धान की गुणवत्ता पर असर पड़ा है मिलर्स ने समय पर उठाओ नहीं किया अब धान के गुणवत्ता के कमी को देखकर मिलर्स 50 प्रतिशत अकाउंट करने को लेकर दबाव बना रहा है। जैसे केंद्र से  600 बोरी धान का उठाव करने पर इसे 300 बोरी ही गिना जाएगा। धान खरीदी केंद्र प्रभारी चेतन नेताम ने बताया मिलर्स द्वारा समय पर उठाव नहीं किया जिससे धान कुछ खराब हुई है। पर इसका जिम्मेदार मिलर्स है। इसकी शिकायत पर भी उच्च अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है।

मिलर्स को 15 फरवरी को आप कट गया था आरओ

धान खरीदी प्रभारी मनोहर महावीर, चेतन नेताम ने बताया धान खरीदी 4 फरवरी को बंद हुआ है और मिलर्स को 15 और 17 मार्च को आरओ करने के    बाद भी धान उठाओ नहीं किया। जबकि शासन का स्पष्ट आदेश है 28 फरवरी तक हर हाल मद उठाव करना था। गुणवत्ता में कमी आई है तो इसका जिम्मेदार खुद मिलर है। इसकी हम इडकु शिकायत उच्च अधिकारियों भी किया गया है पर परिणाम शिफर है। अधिकारी अपना अपना पल्ला झाड़ रहे है।  हमें सहयोग नहीं कर रहे हैं जिससे हम परेशान हैं हम जाएं तो जाएं कहां।

एसडीएम आस्था राजपूत ने कहा धान खरीदी केंद्र की रखाव की जिम्मेदारी समिति है और मिलर्स समय पर धान उठाव नहीं करने से पेनाल्टी लग रही है