दुर्ग। दुर्गजिले के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में नए कुलपति को लेकर चल रही प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। चयन समिति ने 11 प्रोफेसर के नाम शार्ट लिस्ट किया है। अब कुलाधिपति की अध्यक्षता में पैनल इंटरव्यू होंगे। उसके बाद नए कुलपति के नाम की घोषणा हो जाएगी।
विश्वविद्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुलपति बनने के लिए 80 प्रोफेसर ने आवेदन किया था। शॉर्ट लिस्ट के बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। 9 जनवरी से उम्मीदवारों के इंटरव्यू लिए गए।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति। डॉ.अरुणा पल्टा। पहले आवेदन के आधार पर होता था चयन प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी में पहले कुलपति का चयन उनके आवेदनों के आधार पर किया जाता था। अब चयन का तरीका बदल गया है। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा भी इंटरव्यू के जरिए ही इस पद तक पहुंची थी। उस समय की कुलाधिपति रहीं अनुसुईया उइके ने उनका साक्षात्कार लिया था। इस बार भी जो कुलपति होगा, उसे इंटरव्यू का पड़ाव पार करना होगा।
15 जनवरी तक हो सकती है नए कुलपति की घोषणा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय को 15 जनवरी तक नया कुलपति मिलने की संभावना है। राजभवन से नए कुलपति के चयन की प्रक्रिया तेजी से जारी है। दुर्ग विश्वविद्यालय का कुलपति बनने के लिए देशभर के प्रोफेसरों के साथ पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय और बिलासपुर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों ने भी आवेदन किया है।
संभागायुक्त संभाल रहे कुलपति का दायित्व
कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा का कार्यकाल खत्म होने के बाद कुलपति के पद का प्रभार दुर्ग संभागायुक्त एसएन राठौर को दिया गया है। विश्वविद्यालय के अधिनियम के तहत स्थायी कुलपति की नियुक्ति 6 महीने के अंदरकरना होगा। संभागायुक्त एसएन राठौर के पास खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार भी है। इस विवि में कुलपति का पद रिक्त है।
हेमचंद विश्वविद्यालय को इस तरह मिले कुलपति
विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद साइंस कॉलेज दुर्ग के प्रोफेसर डॉ. एनपी दीक्षित को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय का पहला कुलपति बनाया गया। इसके बाद दुर्ग साइंस कॉलेज के ही वरिष्ठ प्रोफेसर और विवि के डीन डॉ. ओपी गुप्ता प्रभारी कुलपति रहे।
फिर पं. रविशंकर शुक्ल विवि के प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र सराफ को कुलपति बनाया गया। इसके बाद संभागायुक्त महादेव कावरे को कुलपति का प्रभार दिया गया। इसके बाद डॉ. अरुणा पल्टा कुलपति बनाई गई थी। अब नए कुलपति का इंतजार है।

Author: Priyanshu Vishwakarma
News creater, social activist,