भिलाई: छत्तीसगढ़ स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (CSPTCL) में सहायक यंत्री के पद पर कार्यरत अनिल मैथ्यु साइबर ठगी का शिकार हो गए। उनके ICICI बैंक खाते से अचानक 5 लाख रुपए निकल गए। पीड़ित ने तुरंत बैंक और पुलिस को इसकी सूचना दी, लेकिन पैसे वापस नहीं मिलने पर आखिरकार स्मृति नगर पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी?
पीड़ित अनिल मैथ्यु, जो पुष्पक नगर, दुर्ग के निवासी हैं, नेहरू नगर स्थित ICICI बैंक की शाखा में पत्नी एलिजाबेथ के साथ एक संयुक्त खाता संचालित करते हैं। 5 जनवरी को शाम 4 बजे उनके मोबाइल पर एक ओटीपी का मैसेज आया। कुछ ही देर बाद उनके खाते से 5 लाख 29 रुपए किसी अज्ञात खाते में ट्रांसफर हो गए।
मैथ्यु ने बताया कि उन्होंने कोई ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं किया था, फिर भी उनके खाते से बड़ी रकम निकाल ली गई। जब उन्होंने बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क किया, तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस दौरान उनके खाते से पूरी राशि कटने का एक और मैसेज आ गया।
बैंक से नहीं मिली मदद, साइबर हेल्पलाइन पर की शिकायत
बैंक से कोई राहत न मिलने पर मैथ्यु ने तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर ठगी की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद उन्होंने स्मृति नगर पुलिस चौकी में भी शिकायत दी।
एक महीने बाद भी पैसा नहीं मिला, पुलिस ने दर्ज की FIR
शिकायत के बावजूद एक महीने तक कोई समाधान नहीं निकलने पर आखिरकार पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की। स्मृति नगर पुलिस चौकी के प्रभारी गुरविंदर संधू ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और साइबर सेल की मदद से ठगी करने वालों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें?
- किसी भी अज्ञात नंबर से आए OTP या लिंक को शेयर न करें।
- बैंक के नाम से आने वाले कॉल्स और ईमेल्स पर भरोसा करने से पहले जांच करें।
- बैंक से संबंधित किसी भी संदेहजनक गतिविधि पर तुरंत 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
पुलिस आम नागरिकों से सतर्क रहने की अपील कर रही है और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दे रही है।

Author: Sarik_bharti_media_desk
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