US-China Relation: पेंटागन ने शुक्रवार को जानकारी दी थी कि एक चीनी जासूसी गुब्बारे को मध्य अमेरिका के ऊपर आसमान में देखा गया है। पेंटागन की इस जानकारी के बाद अमेरिकी सैन्य अधिकारी सचेत हो गए और कहा कि इस बैलून की निगरानी की जा रही है. हालांकि, चीन ने इस दावे को खारिज किया है कि यह कोई जासूसी बैलून है. वहींअमेरिका ने चीन के इस दावे को खारिज कर दिया कि इसका उपयोग निगरानी के लिए नहीं किया जा रहा है।
चीन ने दावा किया था कि गुब्बारे का उपयोग मुख्य रूप से मौसम संबंधी अनुसंधान के लिए किया जा रहा है। पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने इस संबंध में और विवरण देने से इनकार कर दिया कि गुब्बारा वास्तव में कहां है तथा इसे मार गिराने पर कोई विचार किया जा रहा है या नहीं। इससे पहले अमेरिकी सेना ने गुब्बारे को मार गिराने के विकल्प को खारिज किया था। राइडर ने कहा कि यह लगभग 60,000 फुट की ऊंचाई पर है और फिलहाल इससे कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल एक गुब्बारा देखा गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री की बीजिंग यात्रा कैंसिल
अमेरिका के हवाई क्षेत्र में चीनी जासूसी गुब्बारा दिखाई देने के बाद दोनों देशों के बीच में तनाव बढ़ता नजर आ रहा है क्योंकि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपनी दो दिवसीय बीजिंग यात्रा को स्थगित कर दिया है। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी हवाई क्षेत्र में चीनी जासूसी गुब्बारे की जानकारी सामने आने के बाद मैं चीन की अपनी यात्रा स्थगित कर रहा हूं।
बता दें कि ब्लिंकन पांच और छह फरवरी को चीन जाने वाले थे और इस यात्रा के दौरान वे चीनी अधिकारियों के साथ रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर भी चर्चा करने वाले थे लेकिन जासूसी गुब्बारे का विवाद सामने आने के बाद उन्होंने अपनी यात्रा स्थगित कर दी है। हालांकि कहा जा रहा है कि ब्लिंकन चीन से इस जासूसी गुब्बारे सहित कई मुद्दे को लेकर बातचीत करना जारी रखेंगे।
गुब्बारे को लेकर अमेरिका ने चीन पर दिखाई सख्ती
उन्होंने कहा कि गुब्बारे ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है, जो हमें अस्वीकार्य है। हमने चीन को इस बात की जानकारी दे दी है। इस गुब्बारे को लेकर बातचीत तो होगी। फिलहाल हम अपनी बीजिंग यात्रा स्थगित कर रहे हैं लेकिन चीन के साथ बातचीत जारी रखेंगे।
पेंटागन की जानकारी के बाद अमेरिका ने शुक्रवार को जासूसी गुब्बारे को लेकर चीन के बयान पर सख्त लहजे में कहा कि अमेरिकी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किसी भी तरह से हमें अस्वीकार्य है।