कांग्रेस नेता अजय माकन ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। माकन ने कहा कि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का गठन भ्रष्टाचार को दूर करने और लोकपाल को शुरू करने के लिए हुआ था। आज कांग्रेस केजरीवाल से पूछ रही है कि लोकपाल कहां है? कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी उनके खिलाफ न सिर्फ भ्रष्ट्राचार के आरोप लगा रही है बल्कि सबूत भी दे रही है।
“केजरीवाल बताएं लोकपाल कहां है?”
अजय माकन ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में हर बात पर सेशन बुलाया जाता है। टीचर्स को फिनलैंड भेजने के लिए LG हाउस तक धरना होता है। लेकिन पिछले 9 साल में क्या एक भी प्रदर्शन केजरीवाल जी ने लोकपाल के लिए किया है? माकन ने कहा कि 14 फरवरी 2014 को कांग्रेस का समर्थन होने के बावजूद भी इसलिए सरकार गिरा दी कि लोकपाल नहीं आने दे रहे थे। अब हम केजरीवाल से पूछते हैं कि वो लोकपाल कहां है?
“लोकायुक्त के हाथ पैर काट दिए”
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय माकन ने कहा कि हैरानी की बात है कि शीला दीक्षित ने लोकायुक्त एक्ट के जरिए लोकायुक्त बनाया था। केजरीवाल ने कहा था कि हम मजबूत लोकपाल लायेंगे। लेकिन कमजोर लोकायुक्त का क्या होगा? 2020 से 2022 तक कोर्ट के दबाव से पहले लोकायुक्त की नियुक्त नहीं की। लोकायुक्त की रिपोर्ट 2017 से अभी तक विधानसभा में नहीं रखी गई। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त के हाथ पैर काट दिए, क्योंकि बार बार लोकायुक्त कह रहे कि उन्हें पर्याप्त बजट नहीं दे रहे।
“केजरीवाल को एक मिनट भी कुर्सी पर रहने का अधिकार नहीं”
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य माकन ने आगे कहा कि आबकारी घोटाले में ये साफ हो गया कि कम से कम 100 करोड़ की घूस ली है। इन पैसों का इस्तेमाल गोवा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल किया गया। माकन ने कहा कि इनको कोई नैतिक अधिकार नहीं कि ये एक एक मिनट भी (केजरीवाल, सिसोदिया, सत्येंद्र जैन) कुर्सी पर रहें। ईडी की चार्जशीट में सारा मनी ट्रेल है। अजय माकन ने कहा कि जैन हवाला कांड में माधवराव सिंधिया का सिर्फ नाम आया था, कोई चार्जशीट भी नहीं थी लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। पवन बंसल के भतीजे का नाम आने पर सरकार होने के बावजूद भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
आबकारी नीति को लेकर भी केजरीवाल पर वार
केजरीवाल सरकार ने आबकारी नीति में बदलाव किया है। पहले भंडारण, बिक्री सब कुछ दिल्ली सरकार के पास था। एक कमेटी बनी और उसने जो भी रिकमंडेशन दी ठीक उसका उल्टा हुआ और भ्रष्टाचार हुआ। व्होलसेल ट्रेड सरकार ने प्राइवेट के हाथ में दे दिया और उसमें 12 प्रतिशत कमीशन दे दिया। पहले एक व्यक्ति को 2 ठेका मिलता था, लेकिन केजरीवाल ने जोन बांटकर एक-एक जोन एक आदमी को दे दिया। माकन ने कहा कि व्हिस्की और वाइन की सेल तो बढ़ी लेकिन एक तिमाही में 1870 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम मांग करते हैं कि 3 मंत्रियों को पद से हटाया जाए, लोकपाल लाया जाए।
वहीं इस दौरान जब अलंकार सवाई से ED की पूछताछ पर दो बार अजय माकन से सवाल किया तो दोनों ही बार उन्होंने घुमा फिरा कर जवाब दिया है। माकन ने कहा वो सरकार में नही हैं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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Author: bhartimedianetwork
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