हर्ष सोनी
दुर्ग रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग के द्वारा सायबर थाना में पहली सायबर विवेचना शुरू कर दी गई है।इस विवेचना के माध्यम से पुलिस विभाग ने ठगी और अन्य सायबर अपराधों के मामलों को सकारात्मक रूप से निपटने का निर्णय लिया है। दुर्ग रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग ने 30 लाख से अधिक की सायबर ठगी के मामले को संज्ञान में लेते हुए सायबर थाने में विवेचना में लिया गया है।इस मामले में, ठग टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को धोखा देते थे एवम ऑनलाइन प्लेटफार्म में डेली टास्क देकर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर ठगी करते थे।इस मामले मामले पर सायबर थाने में धारा 420 व सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की धारा 66 डी के तहत विवेचना प्रारंभ को गई है।
आपको बता दे की आईजी रामगोपाल गर्ग ने हाल ही में दुर्ग रेंज का चार्ज संभालते हुए साइबर थाने को एक्टिवेट करने का निर्णय लिया था, जिसके तारतम्य में एस.ओ.पी जारी की गई थी,जिसके तहत 5 लाख से अधिक के सायबर फ्रॉड को सायबर थाने मेंविवेचना के लिए देने का निर्णय लिया गया था।सायबर थाना दुर्ग रेंज प्रभारी प्रशांत मिश्रा को फिलहाल 30 लाख की ठगी से जुड़ा मामला विवेचना के लिए दिया गया है। आईजी गर्ग ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी लालच के झांसे में न आए और संदिग्ध साइबर गतिविधि को तुरंत पुलिस को सूचित करने का आग्रह किया है। साइबर प्रभारी शिल्पा साहू राठौर ने बताया कि टेलीग्राम के माध्यम से लोगों से 30 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है, आवेदक को डेली टास्क मिलता था उसे टास्क पर उसे वेटिंग देना रहता था, वेटिंग देने के बाद कुछ पैसे मिलते थे उसे पैसे को लेने के लिए ठगने आवेदक को पैसा जमा करने को कहा था, ठगने कहा कि पहले पैसा जमा करो उसके बाद पैसा वापस हो जाएगा इसी के लालच में आवेदक ने कई बार पैसा जमा किया, लेकिन पैसा नहीं आने पर ठगी महसूस किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है।
Author: bhartimedianetwork
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