World Test Championship Points Table : भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज, यानी दुनिया की सबसे बड़ी टेस्ट सीरीज। इसके शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत आ चुकी है और तैयारी भी शुरू कर दी है। ऑस्ट्रेलियाई टीम खासतौर पर भारतीय स्पिन गेंदबाजी का जवाब खोजने की कोशिश कर रही है। इसके लिए टीम ने भारत के ही कुछ स्पिनर्स के सामने प्रैक्टिस करने की तैयारी की है। इस बीच टीम इंडिया भी जल्द ही नागपुर पहुंचकर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देगी। वैसे तो जब भी भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने सामने होती हैं तो रोमांच अपने चरम पर होता है, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा की कौतुहल है। इसकी वजह है, आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023। यानी टेस्ट का विश्व कप। टीम इंडिया को डब्यूटीसीके फाइनल में जाने के लिए हर हाल में ऑस्ट्रेलिया को धूल चटानी होगी। लेकिन इससे पहले कि नौ फरवरी को सुबह के नौ बजें, भारत के कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस टॉस के लिए नागपुर के मैदान पर आएं, आपको ये जरूर जान लेना चाहिए कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट्स टेबल का ताजा हाल क्या है।
Rohit Sharma
डब्यूटीसी की प्वाइंट्स टेबल में ऑस्ट्रेलिया नंबर वन, दूसरे नंबर पर टीम इंडिया
डब्ल्यूटीसी की प्वाइंट्स टेबल की बात की जाए तो अभी यहां पर नंबर एक की कुर्सी पर ऑस्ट्रेलिया का कब्जा है और दूसरे नंबर पर टीम इंडिया है। लेकिन जरा अंकों और जीत प्रतिशत के आधार पर भी समीकरण समझने की कोशिश करते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत कुल मिलाकर 15 मैच खेले हैं, इसमें से दस में उसे जीत मिली है। एक मैच टीम हारी है और बाकी मैच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं। टीम के 136 अंक हैं और जीत प्रतिशत की बात करें तो ये 75.56 है। यानी ऑस्ट्रेलिया के डब्यूटीसी के फाइनल में जाने की पूरी संभावना है। लेकिन दूसरे नंबर पर टीम इंडिया भी बहुत ज्यादा पीछे नहीं है। भारतीय टीम ने 14 मैच खेले हैं, इसमें से आठ में उसने जीत हासिल की है। चार मैच टीम इंडिया हारी है और दो मैच बराबरी पर यानी ड्रॉ पर खत्म हुए हैं। टीम इंडिया के अंक 99 हैं और जीत प्रतिशत 58.93 है। तीसरे नंबर पर श्रीलंकाई टीम है, ये भी फाइनल में जाने की दावेदार मानी जा रही है। श्रीलंका ने अब तक जो 10 टेस्ट खेले हैं, उसमें से पांच में जीत और चार में उसे हार मिली है। एक मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ है। टीम के पास इस वक्त 64 अंक हैं, वहीं जीत प्रतिशत 53.33 है। यानी टीम इंडिया से जरा सा कम। ऐसे में टीम इंडिया को हर हाल में जीत दर्ज करनी ही होगी। आंकड़ों के हिसाब से अगर देखें तो टीम इंडिया को चार में से कम से कम तीन मैच जीतने होंगे और एक टेस्ट ड्रॉ हो जाए तो भी काम चल जाएगा। लेकिन हार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आईसीसी के नियमों के अनुसार जीत प्रतिशत के आधार पर जो टीमें नंबर एक और दो रहेंगी, वो फाइनल में जाएंगी और उनके बीच डब्यूटीसी का फाइनल खेला जाएगा।
Pat Cummins
डब्यूटीसी में कैसे मिलते हैं और अंक और कैसे तय होता है जीत प्रतिशत
इस बीच आपको ये भी समझना होगा कि टेस्ट मैच खत्म होने के बाद अंक और जीत प्रतिशत में किस तरह से समीकरण बैठते हैं। अगर कोई टीम मैच जीतती है तो उसके खाते में 12 अंक जुड़ जाते हैं और 100 फीसदी प्रतिशत अंक भी जुड़ते हैं। वहीं मैच टाई रहने वाले पर दोनों टामें को छह छह अंक दे दिए जाते हैं और टीम को जीत प्रतिशत में 50 अंकों की बढ़ोत्तरी होती है। वहीं मैच ड्रॉ रहने वाले दोनों टीमों को चार चार अंक दिए जाते हैं और जीत प्रतिशत में 33.33 अंकों की बढ़ोत्तरी की जाती है। जो टीम हारती है, उसे न तो कोई अंक मिलता है और न ही जीत प्रतिशत में कोई फर्क पड़ता है। टीम इंडिया वैसे तो जीत प्रतिशत के मामले में ऑस्ट्रेलिया से काफी पीछे है, लेकिन अगर पहले दो मैच भारतीय टीम ने जीत लिए तो मामला बराबरी पर आ जाएगा और तीसरा मैच जीतने ही भारतीय टीम के लिए ये पक्का हो जाएगा कि टीम फाइनल में खेलती हुई दिख सकती है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को भी पता है कि ये सीरीज कितनी खास है, इसलिए उनकी नजर हरहाल में जीत पर ही होगी, लेकिन देखना ये दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम किस रणनीति के साथ मैदान में उतरती है।