नई दिल्ली/रायपुर। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा वार्षिक रिपोर्ट ने छत्तीसगढ़ की चिंताजनक तस्वीर सामने रखी है। रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 28 राज्यों में छत्तीसगढ़ आकस्मिक मृत्यु दर में तीसरे और आत्महत्या दर में चौथे स्थान पर है।
आकस्मिक मौतें – राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में छत्तीसगढ़ में 16,011 आकस्मिक मौतें दर्ज की गईं। इनमें से 230 मौतें प्राकृतिक कारणों से और 15,781 अन्य कारणों से हुईं। साल 2022 में राज्य में 16,893 आकस्मिक मौतें दर्ज की गई थीं। इस लिहाज से 2023 में इन मामलों में 5.2 प्रतिशत की गिरावट आई है।
देशभर में आकस्मिक मृत्यु दर का औसत 31.9 रहा, जबकि छत्तीसगढ़ में यह 52.9 दर्ज की गई। इस श्रेणी में महाराष्ट्र (55.1) पहले और हरियाणा (53.7) दूसरे स्थान पर रहे।
प्राकृतिक आपदाएं और बिजली गिरने से मौतें
देश में 2023 के दौरान प्राकृतिक कारणों से हुई 6,444 आकस्मिक मौतों में से लगभग 39.7 प्रतिशत (2,560) मौतें आकाशीय बिजली गिरने से हुईं।
छत्तीसगढ़ में भी 230 प्राकृतिक आपदाओं से हुई मौतों में से 180 मौतें बिजली गिरने से हुईं।
नकली शराब से मौतें – देश में चौथा स्थान
देश में 2023 में 456 घटनाओं में नकली शराब से 522 मौतें हुईं। इसमें छत्तीसगढ़ के 37 लोग भी शामिल रहे। इस मामले में राज्य देश में चौथे स्थान पर रहा।
आत्महत्या दर – सिक्किम, केरल और तेलंगाना से पीछे
रिपोर्ट बताती है कि आत्महत्या के मामलों में भी छत्तीसगढ़ की स्थिति गंभीर है। वर्ष 2023 में राज्य में 7,868 आत्महत्याएं दर्ज हुईं। यह आंकड़ा 2022 (8,446 आत्महत्या) से 6.8 प्रतिशत कम जरूर है, लेकिन दर अब भी ऊंची है।
आत्महत्या दर (प्रति एक लाख जनसंख्या) के मामले में सिक्किम (40.2), केरल (30.6) और तेलंगाना (27.7) के बाद छत्तीसगढ़ 26 फीसदी के साथ चौथे स्थान पर रहा।
देश का औसत आत्महत्या दर 2023 में 12.3 दर्ज किया गया। केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (49.6) और पुडुचेरी (28) छत्तीसगढ़ से भी आगे हैं।
गृह मंत्री का बयान
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा,
“एनसीआरबी का आंकड़ा मंगलवार को जारी हुआ है। यह दो साल पुराने आंकड़ों पर आधारित है। इसलिए इसे पहले देखने और समझने की जरूरत है। आंकड़ों का विश्लेषण कर हम इस दिशा में काम करेंगे।”
								



