नई दिल्ली: कथक के उस्ताद और शास्त्रीय संगीत के गायक पंडित बिरजू महाराज की आज जयंती है। उन्होंने अपने कथक नृत्य से दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई। आज उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोधी आर्ट डिस्ट्रिक्ट में दीवार पर उनकी पेंटिंग (भित्तिचित्र) बनाई गई। इस पेंटिंग में बिरजू महाराज को कथक की मुद्रा में दिखाया गया है। इसे कई कलाकारों ने मिलकर तैयार किया है। बिरजू महाराज की पेंटिंग का उद्घाटन बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने किया। इस मौके पर बिरजू महाराज की शिष्य शिवानी वर्मा समेत कई कलाकार मौजूद थे।
इस पेंटिंग का मकसद लोगों तक बिरजू महाराज के नाम और कला को पहुंचाना है, ताकि नए कलाकार उनसे सीख ले सकें और भारतीय कथक नृत्य में अपना नाम बना सकें। पेंटिंग के उद्घाटन के बाद पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने कहा कि इतने बड़े कलाकार के लिए जो भी कहा जाए कम है। उन्होंने कहा कि इस पेंटिंग को जब युवा पीढ़ी देखेगी तो उन्हें याद करेगी। उन्होंने कहा कि वे इस भित्तिचित्र का उद्घाटन करके खुद को बहुत ही भाग्यवान समझते हैं। इस भित्तिचित्र को St+Art India ने डिजाइन करके हकीकत की जमीन पर उकेरा है।
कथक डे ट्रस्ट की संस्थापक शिवानी वर्मा ने इस मौके पर कहा, ‘महाराज जी को पेंटिंग का भी काफी शौक था। यह भित्ति चित्र उनकी हॉबी के उस पहलू की याद दिलाता है, साथ ही भारत की गुरु-शिष्य परम्परा के सम्मान का प्रतीक भी है। यह अपने गुरु को याद करने की खातिर एक भौतिक स्थान के लिए शिष्या की खोज का भी नतीजा है।’ महाराज जी के तौर पर विख्यात बिरजू महाराज का असली नाम बृज मोहन मिश्रा था। 17 जनवरी 2022 को दिल्ली में कथक के इस अनन्य साधक ने दुनिया को अलविदा कह दिया था।
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