छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक पत्नी ने अपने ही पति को एसिड से जला दिया। उसे 10 दिनों तक बंधक बनाकर रखा। जिंदा रखने के लिए रोज एक इंजेक्शन दिया जाता रहा। दूसरी पत्नी को जब यह पता चला तो उसने अपने परिचितों के साथ उसे मुक्त कराया और हॉस्पिटल पहुंचाया।
अब इस मामले में पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला जनकपुर थाना क्षेत्र के कमलपुर गांव का है। शंखलाल अगरिया अपने परिवार के साथ यहां रहता है। 1 दिसंबर को पिता की मौत हो गई। इस दौरान उसकी दोनों बहनें, बहनोई और पहली पत्नी भी यहां आई थीं।
इंजेक्शन से पेट भरा
शंखलाल ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि 10 दिनों तक उसे इंजेक्शन दिया जाता रहा, ताकि भूख न लगे। रोज़ टार्चर करते थे। शंखलाल के मुताबिक जमीन की लड़ाई की वजह से उसे ये प्रताड़ना दी जाती रही।
दूसरी पत्नी को फोन किया
शंखलाल ने किसी तरह दूसरी पत्नी को फोन किया और बंधक बनाने की बात बताई। इसके बाद दूसरी पत्नी कुछ परिचित के लोगों को लेकर शंखलाल के घर पहुंची और उसे वहां से छुड़ाया। हास्पिटल में एडमिट कराया। डॉक्टरों के मुताबिक उसका ट्रीटमेंट चल रहा है। वो ठीक है। एसिट अटैक गले पर हुआ था, जिसका ट्रीटमेंट किया जा रहा है।
पीड़ित की हालत खतरे से बाहर
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. हर्षवर्धन शर्मा ने बताया के शंखलाल को रेफर कर जिला अस्पताल में दाखिल किया गया है। उसके हाथों और पैरों में सूजन है। एक्स-रे कराया जा रहा है। गले के पास की चमड़ी जली हुई है, जो संभवतः एसिड से जलाया गया है। इंजेक्शन देने के संबंध में जांच के बाद स्पष्ट कह पाएंगे।
Author: DEEPAK SHARMA
News creator, social media activist
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