रायपुर, 4 सितम्बर 2025।
राजधानी रायपुर में गाज़ा में हो रहे नरसंहार और भारत में बढ़ती फासीवादी हिंसा के खिलाफ़ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। यह कार्यक्रम हम भारत के लोग—जो स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन (SIO) की पहल है—द्वारा किया गया। इसमें CPI (ML) रेड स्टार, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा, डॉ. आंबेडकर एडवोकेट ऑर्गनाइजेशन और जमाअते-इस्लामी हिंद, छत्तीसगढ़ ने सहयोग किया।
वक्ताओं ने रखे विचार
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वालों में कॉमरेड तुहिन (अखिल भारतीय संयोजक, क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच व जाति उन्मूलन आंदोलन), कॉमरेड सौरा (राज्य सचिव, CPI-ML रेड स्टार), एडवोकेट शाकिर कुरैशी (राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा), अनस ख़ान (ज़ोनल अध्यक्ष, SIO छत्तीसगढ़), सुहैब अख्तर (अध्यक्ष, SIO रायपुर यूनिट) और साजिद अली शामिल थे। संचालन मोहम्मद यूसुफ (हम भारत के लोग प्रभारी) ने किया।
कॉमरेड तुहिन ने कहा कि अमेरिकी साम्राज्यवाद के समर्थन से इस्राइल गाज़ा, वेस्ट बैंक और सीरिया-लेबनान में फ़लस्तीनियों का जनसंहार कर रहा है। अब तक 1.25 लाख से अधिक फ़लस्तीनी, जिनमें महिलाएँ, बच्चे और मरीज शामिल हैं, मारे जा चुके हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा इस्राइली नेतृत्व को युद्ध अपराधी घोषित किए जाने के बावजूद अमेरिका और यूरोपीय देशों की निष्क्रियता पर सवाल उठाया। तुहिन ने भारत सरकार की इस्राइल समर्थक नीति की निंदा करते हुए युद्धविराम, मानवीय सहायता की पहुँच और भारत-इस्राइल के सैन्य संबंध खत्म करने की माँग की।
कॉमरेड सौरा ने कहा कि सरकार को इस्राइल में काम कर रहे भारतीय मज़दूरों को तुरंत वापस बुलाना चाहिए। उन्होंने छत्तीसगढ़ में जारी आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यकों पर फासीवादी हमलों को रेखांकित किया। बस्तर में ईसाई समुदाय पर हमलों और हसदेव अरण्य में खनन के लिए आदिवासियों के विस्थापन का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुँचाने वाली नीतियों की आलोचना की।
सुहैब अख्तर ने फर्ज़ी मुठभेड़ों, न्यायेतर हत्याओं और बुलडोज़र कार्रवाई पर रोक लगाने की माँग की। अनस ख़ान ने कहा कि अल्पसंख्यक और आदिवासी महिलाओं पर यौन हिंसा को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने धर्मांतरण विरोधी और धर्मद्रोह क़ानूनों के दुरुपयोग की आलोचना की।
एडवोकेट शाकिर कुरैशी ने छत्तीसगढ़ की मानवाधिकार स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय जांच की माँग की। उन्होंने बजरंग दल जैसे संगठनों को भंग करने और आतंकवाद व सुरक्षा कानूनों के दुरुपयोग को रोकने की बात कही।
आगामी सम्मेलन
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कॉमरेड सौरा ने घोषणा की कि जन संघर्ष मोर्चा की ओर से 30 सितम्बर 2025 को बिलासपुर में “संघी मनुवादी फासीवाद विरोधी जन सम्मेलन” आयोजित किया जाएगा। उन्होंने पत्रकारों और नागरिकों से इसमें शामिल होकर फासीवाद विरोधी संघर्ष को मज़बूत करने की अपील की।

Author: Sarik_bharti_media_desk
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