कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम पर प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे को बनाया महापौर प्रत्याशी।

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में देर रात तक मंथन करने के बाद निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है. रायपुर नगर निगम पर पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे को महापौर प्रत्याशी बनाया गया है.

जानिए कौन हैं दीप्ति दुबे

कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम पर दीप्ति दुबे को मेयर प्रत्याशी बनाया है. दीप्ति दुबे वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी है. वे साइकोलाजिस्ट हैं. उनका मेंटल हेल्थ क्लीनिक है. वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं. दीप्ति दुबे ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है. वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं. पत्रकारिता में डिप्लोमा होने के साथ-साथ वह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में काम कर रही हैं.

सामाजिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि

दीप्ति दुबे का जीवन समाजसेवा और शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक है. शिक्षा के क्षेत्र में उनकी गहराई ने उन्हें समाज की समस्याओं को समझने और उनका समाधान खोजने में निपुण बनाया है. दीप्ति दुबे ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है. वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं. वह एक काउंसलर के रूप में कार्यरत हैं और अपने मेंटल हेल्थ क्लीनिक के जरिए मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनमोल योगदान दे रही हैं. दीप्ति दुबे ने सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न समुदायों में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. उनकी भागीदारी न केवल ज़रूरतमंदों की मदद तक सीमित रही है, बल्कि उन्होंने समाज में जागरूकता फैलाने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी सक्रिय प्रयास किए हैं।

राजनीति में 20 सालों का अनुभव

कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य के रूप में दीप्ति दुबे ने पिछले 20 वर्षों में पार्टी के विभिन्न अभियानों और कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा और कार्यक्षमता ने उन्हें रायपुर महापौर पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाया है. रायपुर महापौर पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए दीप्ति दुबे ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट की है. उन्होंने कहा, “रायपुर को शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाना मेरा लक्ष्य है. हर नागरिक को बुनियादी सुविधाओं के साथ एक समृद्ध और सुरक्षित वातावरण देना मेरी प्राथमिकता होगी.”

11 फरवरी को मतदान, 15 को आएगा नतीजा

बता दें कि छत्तीसगढ़ में 20 जनवरी से आचार संहिता लागू है. नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 28 जनवरी तक चलेगी. नाम वापसी की अंतिम तिथि 31 जनवरी है. नगरीय निकाय चुनाव की वोटिंग 11 फरवरी को होगी और परिणाम 15 फरवरी को घोषित होंगे. इस बार नगरीय निकाय चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से कराए जाएंगे.

 

Priyanshu Vishwakarma
Author: Priyanshu Vishwakarma

News creater, social activist,


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