ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पीएम पद पर 100 दिन पूरे कर लिए। इस मौके पर उन्होंने उनके जीवन से जुड़ी कई बातें शेयर कीं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बताया है कि कैसे उन्होंने इन्फोसिस के फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति की बेटी और अपनी पत्नी अक्षता को प्रपोज किया था। उन्होंने खुद को ‘रोमांटिक’ बताते हुए कहा, “हमारी इंगेजमेंट ‘हाफ मून बे’ में हुई थी। अमेरिका में पढ़ते वक्त हमारी मुलाकात यहीं हुई थी।” उन्होंने कहा कि प्रपोज़ करते वक्त वह घुटने पर बैठे थे।
अपने इंटरव्यू में ऋषि सुनक ने उस पल को याद करते हुए बताया कि वो कैलिफोर्निया में ‘हाफ मून बे’ में चट्टानों के साथ अकेले चल रहे थे। तभी उन्होंने अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति को एक घुटने के बल झुककर प्रपोज किया था। सुनक से जब पूछा कि प्यार क्या है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ‘इसके बहुत सारे अलग-अलग पहलू हैं।’ सुनक ने बताया कि इस समय वह किसी चीज पर सबसे ज्यादा फोकस कर रहे हैं तो वो अक्षता हैं। सुनक ने बताया कि वो मुझे मेरे काम को करने में मदद करती हैं। मैं उनके प्यार और उनके सहयोग व समर्थन के बिना काम नहीं कर सकता था।
सुनक ने कही- मूल्यों की बात
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने बताया कि ‘लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि मेरे मूल्य यानी वैल्यूज क्या हैं। मेरे पैरेंट्स द्वारा लाया गया था जो इस देश के में एक अप्रवासी मानसिकता के साथ आए थे। वो केवल इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे कैसे उनके बच्चों का भविष्य संवर जाएगा। इसके लिए वो कठिन काम कर रहे थे और बच्चों के लिए सबकुछ बलिदान कर रहा था। ताकि उनके बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके और हम ब्रिटिश जीवन में अच्छी तरह से फिट हो सकें। इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ है। ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि हिंदू धर्म में एक अवधारणा है जिसे ‘धर्म’ कहा जाता है। मोटे तौर पर इसका अर्थ होता है कर्तव्य से और इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ।’
लिज ट्रस के इस्तीफे से हैरानी नहीं थी
ऋषि सुनक ने पूर्व ब्रिटिश पीएम लिज ट्रस के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें लिज ट्रस के इस्तीफे देने पर कोई हैरानी नहीं हुई। सुनक ने अपनी कार्यशैली को लेकर भी जवाब दिया। सुनक ने कहा कि सभी कठिनाइयों के बावजूद उन्हें पता था कि उन्हें पीएम के रूप में गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।